Nikay Chunav : ये है उत्तराखंड का सबसे बड़ा नगर निगम, जानें इस से जुड़ी हर जानकारी
उत्तराखंड में कुल 11 नगर निगम हैं। साल 2023 तक प्रदेश में कुल 9 नगर निगम थे। लेकिन साल 2024 में इनकी संख्या बढ़कर 11 हो गई है। अगस्त 2024 में धामी कैबिनेट ने पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा नगर पालिका को नगर निगम का दर्जा देने को मंजूरी दी थी। जिसके बाद अब प्रदेश में कुल 11 देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार, रुड़की, रुद्रपुर, काशीपुर, कोटद्वार, श्रीनगर, पिथौरागढ़ हल्द्वानी और अल्मोड़ा नगर निगम हैं।
ये है प्रदेश का सबसे बड़ा नगर निगम
प्रदेश का सबसे बड़ा नगर निगम देहरादून नगर निगम है। 9 दिसंबर, 1998 को नगर निगम घोषित किया गया था। लेकिन नए राज्य गठन के बाद देहरादून से नगर निगम का दर्जा समाप्त कर दिया गया। जिसके बाद साल 2003 में एक बार फिर से उत्तराखंड सरकार द्वारा देहरादून को पुनर्गठित कर इसे नगर निगम घोषित किया गया। बता दें कि 1998 से पहले देहरादून नगर पालिका हुआ करती थी।
सबसे पुराना नगर निगम भी है देहरादून नगर निगम
नगर निगम देहरादून सबसे बड़ा होने के साथ ही सबसे पुराना नगर निगम भी है। देहरादून में नगर पालिका की स्थापना साल 1922 में अंग्रेजों ने की थी। जिसे बाद में नगर निगम बना दिया गया। यानी इसका इतिहास 102 साल पुराना है। इसके साथ ही दून नगर निगम के मुख्य कार्यालय भवन को भी 102 साल हो गए हैं। 102 साल बाद भी ये बिल्डिंग बिल्कुल सही स्थिति में है। जिस से ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये इमारत अपने आप में बेजोड़ कलाकृति का नायाब उदाहरण है।
कांग्रेस की मनोरमा शर्मा डोबरियाल बनी थी पहली मेयर
राज्य गठन के बाद देहरादून नगर निगम का दर्जा समाप्त किया गया और साल 2003 में फिर से देहरादून को पुनर्गठित कर इसे नगर निगम बनाया गया। जिसके बाद हुए पहले नगर निकाय चुनावों में कांग्रेस की मनोरमा शर्मा डोबरियाल मेयर बनी। जबकि इसके बाद 2008 और 2013 में लगातार दो बाद भाजपा जीती जिसमें विनोद चमोली मेयर बने। इसके बाद साल 2018 में भी बीजेपी के ही सुनील उनियाल गामा मेयर बने।
देहरादून नगर निगम में हैं कुल 100 वार्ड
आपको बता दें कि देहरादून नगर निगम में कुल 100 वार्ड हैं और इसमें मेयर, डिप्टी मेयर और 99 पार्षद होते हैं। मेयर का चुनाव तो सीधे होता है। यानी जनता खुद अपना मेयर चुनती है। जबकि डिप्टी मेयर का चुनाव पार्षद अपने बीच से ही करते हैं